दिगंत,class 12th, विषय हिंदी,2. बातचीत, बाल कृष्ण भट्ट,objective &subjective question answer (एक कलम ,एक किताब, एक बच्चा और एक शिक्षक दुनिया बदल सकता है।)By SUJEET SIR,9709622037,8340763695,Araria,Bihar.
2.बातचीत
(बाल कृष्ण भट्ट)
पाठ का सारांश
प्रस्तुत कहानी बातचीत के लेखक महान पत्रकार बालकृष्ण भट्ट है। बालकृष्ण भट्ट का आधुनिक हिंदी गद्य के निर्माताओं में नाम आता है। है। बालकृष्ण भट्ट जी बातचीत निबंध के माध्यम से मनुष्य की ईश्वर द्वारा दी गई अनमोल वस्तु वाकशक्ति का सही इस्तेमाल करने को बताते हैं।
महान लेखक बताते हैं कि यदि मनुष्य में वाकशक्ति ना होती तो हम नहीं जानते कि इस गूंगी सृष्टि का क्या हाल होता। सब लोग मानो लुंज-पुंज अवस्था में एक कोने में बैठा दिए गए होते। लेखक बातचीत के विभिन्न तरीके भी बताते हैं। जैसे घरेलू बातचीत मन रमाने बालकूट है। का ढंग है। वे बताते हैं कि जहां आदमी की अपनी जिंदगी मजेदार बनाने के लिए खाने-पीने चलने फिरने आदि की जरूरत है उसी प्रकार बातचीत की भी अत्यंत आवश्यकता है। हमारे मन में जो कुछ गंदगी या धुआ जमा रहता है वह बातचीत के जरिए भाप बनकर हमारे मन से बाहर निकल पड़ता है।
इससे हमारा चिंत हल्का और स्वच्छ हो जाता है। हमारे जीवन में बातचीत का भी एक खास तरह का मजा होता है। यही नहीं भट्ट जी बताते हैं कि जब मनुष्य बोलता नहीं तब तक उसका गुण दोष प्रकट होता है। महान विद्वान वेन जॉनसन का कहना है कि बोलने से ही मनुष्य के रूप का सही साक्षात्कार हो पाता है। वे कहते हैं कि चार से अधिक की बातचीत तो केवल राम रामौवल कह लाएगी।
यूरोप के लोग को बातचीत का हुनर है जिसे आर्ट ऑफ कन्वर्सेशन कहते हैं। बालकृष्ण भट्ट उत्तम तरीका यह मानते हैं कि हम वह शक्ति पैदा करें कि अपने आप बात कर लिया करो।
Objective Question
1. बातचीत शीर्षक निबंध के निबंधकार...... है
a) बालकृष्ण भट्ट
b) भगत सिंह
c) मोहन राकेश
d) उदय प्रकाश
2. बालकृष्ण भट्ट किस युग के रचनाकार हैं?
a) आधुनिक युग
b) भारतेंदु युग
c) मध्यकालीन युग
d) भक्तिकाल युग
3. "सौ अजान एक सुजान" उपन्यास के लेखक कौन हैं?
a) रामधारी सिंह दिनकर
b) बालकृष्ण भटट
C) जय प्रकाश नाराया
d) ओम प्रकाश
4. आर्ट ऑफ कन्वर्सेशन कहां के लोगों में सर्वाधिक प्रचलित है?
a) यूरोप के
b) भारत के
C) एशिया के
d) इंग्लैंड के
5. बालकृष्ण भट्ट ने किस पत्रिका का संपादन किया था?
a) प्रदीप
b) सौ अजान एक सुजान
C) गुप्त वैरी
d) यात्रा
6. बातचीत के माध्यम से बा ल कृष्ण भट्ट क्या बताना चाहते हैं?
a) बातचीत की शैली
b) बुराई
C) अच्छाई
d) पढने की शैली
7. निम्नलिखित में से बाल कृष्ण भट्ट का निवास स्थान कौन सा था ?
a) इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश
b) गाजीपुर उत्तर प्रदेश
C) फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश
d) गया बिहार
8. बालकृष्ण भट्ट एंट्रेंस परीक्षा कब उतीर्ण की थी?
a)1867
b)1870
C)1872
d)1854
9. बालकृष्ण भट्ट द्वारा कौन सा उपन्यास रचित है?
आ) हमारी घड़ी
b) नई रोशनी का विष
C) जैसा काम वैसा परिणाम
d) सीता वनवास
10. बालकृष्ण भट्ट के पिता कौन थे?
a) बेनी प्रसाद भट्ट
b) शिव प्रसाद भट
C) रामप्रसाद भट्ट
d) गौरी शंकर
11. भट्ट जी ने प्रदीप का सञ्चालन कितने वर्ष में किया था?
a)28
b)33
C)36
d)27
12. बालकृष्ण भट्ट का जन्म कब हुआ था?
a) 23 जून 1844
b) 22 अप्रैल 1805
c) 21 मई, 1812
d) 15 जनवरी, 1806
13. बालकृष्ण भट्ट की मृत्यु कब हुई थी?
a)20 जुलाई, 1914
b) 10जून 1905
c) 15 मार्च, 1909
d) 20सितंबर 1917
14. बालकृष्ण भट्ट की मां का नाम क्या था?
a) सावित्री देवी
b) पार्वती देवी
c) राधिका देवी
d) श्यामा देवी
15. बातचीत के जरिये भाप बनकर क्या बाहर निकल जाता है?
a) क्लेश
b) मवाद और धुआं
C) दवेष
d) ईर्ष्या
16. बालकृष्ण भट्ट जी ने किस शब्दकोश का संपादन किया?
a) अंग्रेजी शब्दकोश
b) संस्कृत शब्दकोश
C) उर्दू शब्दकोश
d) हिंदी शब्दकोश
17. मनुष्यों में......न होती तो हम नहीं जानते कि इस गूंगी सृष्टि का क्या हाल होता ?
A) वाक शक्ति
c) सोचने की शक्ति
b) चलने की शक्ति
d) समझने की शक्ति
18. असल बातचीत सिर्फ दो व्यक्तियों के बीच हो सकती है। यह किसका मत है?
a) भट्ट जी
b) एडिसन
C) गाँधी जी
d) तुकाराम
19. बात करने का हुनर किसके पास है?
a) अमेरिकावासियों के पास
b) यूरोप के लोगो के पास
C) जापानियों के पास
d) हमारे पास
20. सच है, जब तक मनुष्य बोलता नहीं तब तक उसका....... प्रकट नहीं होता?
a) अच्छाई
b) बुराई
c) गुण दोष-
d) इनमे से कोई नही
21. रबिसन क्रूसो कितने वर्षों तक मानव मुख नहीं ददेखा था?
a)22
b)16
C)27
d)10
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Subjective Question Answer
1. अगर हम में वाकशक्ति न होती तो क्या होता?
उत्तर- अगर हममें वाकशक्ति न होती तो यह समस्त सृष्टि गुंगी लोग चुपचाप बैठे रहते और हम जो बोलकर एक दूसरे के सुख हैं वह शक्ति न होने के कारण एक दूसरे से कह सुन कर पाते। गुगी प्रतीत होती । सभी दुख का अनुभव करते सुख-दुख भी भी नहीं नहीं पा पाते और नहीं अनुभव
2. बातचीत के संबंध में वेन जॉनसन और एडिशन के क्या विचार हैं ?
उत्तर- बातचीत के संबंध में वेन जॉनसन का राय है कि बोलने से ही मनुष्य के सही रूप का पता चल पाता है। अगर मनुष्य चुप चाप रहे तो उसके गुण दोष का कभी पता नहीं चल पायेगा। एडिशन का राय है कि असल बातचीत सिर्फ दो व्यक्तियों में हो सकती है। जिसका तात्पर्य हुआ जब दो आदमी होते हैं तभी अपना दिल एक दूसरे के सामने खोलते हैं जब तीन हुए तब वह दो बार कोसों दूर गई ।
3. 'आर्ट ऑफ कन्वर्सेशन' क्या है ?
उत्तर- आर्ट ऑफ कन्वर्सेशन बातचीत करने की एक कला है जो यूरोप के लोगों में ज्यादा प्रचलित है। इस बातचीत कला में ऐसी चतुराई के साथ प्रसंग छोड़े जाते हैं कि जिन्हें सुनकर कान को अत्यंत सुख मिलता है। साथ ही इस का अन्य नाम शुद्ध कोष्टि है।
4. मनुष्य की बातचीत का उत्तम तरीका क्या हो सकता है? इसके द्वारा वह कैसे अपने लिए सर्वथा नवीन संसार की रचना कर सकता है ?
उत्तर- मनुष्य में बातचीत का सबसे उत्तम तरीका उसका आत्मवार्तालाप है। मनुष्य अपने अंदर ऐसी शक्ति विकसित करें जिसके कारण वह अपने आप से बात कर लिया करें । आत्मा वार्तालाप से तात्पर्य क्रोध पर नियंत्रण जिसके कारण अन्य किसी व्यक्ति को कष्ट न पहुंचे। क्युकी हमारी भीतरी मनोवृति नए नए रंग दिखाया करती है। वह हमेशा बदलती रहती है। इन्सान को चाहिए की अपनी जिह्वा को काबू में रखकरमधुरता से भरी वाणी बोले। जिससे न किसी से कटुता रहेगी न बैर । इससे दुनिया खुबसूरत हो जाएगी । बातचीत का यही सबसे उत्तम तरीका है।
5. व्याख्या करें
a) हमारी भीतरी मनोवृति नए नए रंग दिखाती है। वह प्रपंचात्मक संसार का एक बड़ा भारी आईना है, जिसमें जैसी चाहो वैसी सूरत देख लेना कोई दुर्घट बात नहीं है।
उत्तर- प्रस्तुत पंक्तियां विद्वान लेखक बालकृष्ण भट्ट द्वारा रचित बातचीत शीर्षक निबंध से लिया गया है। इन पंक्तियों में लेखक ने लिखा है कि जब मनुष्य समाज में रहता है तो समाज से ही भाषा सीखता है। भाषा उसके विचार अभिव्यक्ति का माध्यम बन जाती है। परंतु उसके अंदर की मनोवृति स्थिर नहीं रहती है। कहा भी गया है कि चित बड़ा चंचल होता है। इसकी चंचलता के कारण एक मनुष्य दूसरे मनुष्य को दोस्त और दुश्मन मान लेता है। वह कभी क्रोध कर बैठता है कभी- कभी मीठी बातें करता है ।
इस स्थिति में मनुष्य की असली चरित का पता नहीं चलता मनुष्य के मन की स्थिति गिरगिट के रंगजैसे बदलती रहती है। इस स्थिति के कारण लेखक इस मन के प्रपंचों को जड़ मानते हैं। वह कहता है कि यह आईना के समान है। इस संसार में छल-कपट झूठ फरेब सब होते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण मन की चंचलता है। विद्वान लेखक इस स्थिति से बचने की सलाह भी देते हैं कि अपने मन पर नियंत्रण रखना होगा।
b) सच है जब तक मनुष्य बोलता नहीं तब तक उसका गुण दोष नहीं होता
उत्तर- प्रस्तुत पंक्तियां विद्वान लेखक बालकृष्ण भट्ट द्वारा रचित बातचीत शीर्षक निबंध से लिया गया है। निबंध के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि बातचीत ही एक विशेष तरीका होता है जिसके कारण मनुष्य आपस में प्रेम से बातें कर उसका आनंद उठाते हैं।
परंतु मनुष्य जब वाचाल हो जाता है अथवा बातचीत के दौरान अपने आप पर काबू नहीं रख पाता है तो वह दोष है परंतु जब वह बड़ी संजीदगी से सलीके से बातचीत करता है तो वह गुण है। मनुष्य के चुप रहने के कारण उसके चरित्र का कुछ पता नहीं चलता परंतु वह जैसे ही कुछ बोलता है तो उसकी वाणी के माध्यम से गुण दोष प्रकट होने लगता है।
.....................the ends....................................................
थोड़ा पढ़ना, ज़्यादा सोचना कम बोलना, ज़्यादा सुनना यही बुद्धिमान बनने के उपाय हैं।
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