class 10th, संस्कृत(,योगस्थः कुरु कर्माणि संगं त्यक्त्वा धनंजय । सिद्धयसिद्धयोः समो भूत्वा समत्वं योग उच्यते ॥ )By SUJEET JHA,9709622037,Araria,Bihar.




































अगर मैंने आज किसी इंसान का साथ , उसके तकलीफ मे नहीं दिया।तो मैं हकदार नहीं हूं ,जब उसका समय अच्छा हो और उसके पास खुशियां होगी, तब मैं उनके साथ दूं ।