1.लोकतंत्र में सत्ता की साझेदारी,class 10th,civics (मेहनत इतनी खामोशी से करो कि सफलता शोर मचा दे)By sujeet sir,9709622037,araria,Bihar
लोकतंत्र में सत्ता की साझेदारी
*लोकतंत्र :-लोकतंत्र ऐसी शासन व्यवस्था है, जिसमे लोगों के लिए एवं लोगों के द्वारा ही शासन चलाया जाता है।
* लोकतंत्र में द्वन्द्ववाद :- द्वन्द्ववाद एक तर्कपद्दति है जो असहमति को दूर करने की एक विधि है।
शासन में लोक प्रतिनिधि लोगों के हित
का तथा उनके इच्छा का महत्व देना चाहते है। यही कारण है की शासन के लोकतंत्र व्यवहार समाज में उभरते द्वंद्व से प्रभावित होता है।
*लोकतंत्र :-लोकतंत्र ऐसी शासन व्यवस्था है, जिसमे लोगों के लिए एवं लोगों के द्वारा ही शासन चलाया जाता है।
* लोकतंत्र में द्वन्द्ववाद :- द्वन्द्ववाद एक तर्कपद्दति है जो असहमति को दूर करने की एक विधि है।
शासन में लोक प्रतिनिधि लोगों के हित
का तथा उनके इच्छा का महत्व देना चाहते है। यही कारण है की शासन के लोकतंत्र व्यवहार समाज में उभरते द्वंद्व से प्रभावित होता है।
- मुंबई भारत की 'वित्तीय राजधानी' है।
*लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में सामाजिक विभाजन के स्वरूप
⇒ लोकतांत्रिक व्यवस्था में सामाजिक विभाजन के विभिन्न स्वरुप होते है और इस भेदभाव का विरोध के अपने अलग-अलग तरीके भी होते है।
i. क्षेत्रीय भावना के आधार पर
जैसे:-मुंबई,दिल्ली आदि शहरों में बिहारी तथा उत्तरप्रदेश के
लोगों के विरुद्ध हिंसात्मक व्यवहार
ii. नस्ल या रंग के आधार पर