अम्ल,क्षार ओर लवण,अम्ल की परिभाषा ओर उदाहरण,क्षार की परिभाषा ओर उदाहरण,लवण की उदाहरण (शिक्षा वह शेरनी का दुध है जो पीता है,वह अपने जीवन मे परिवर्तन लाता है) BY:_ SUJEET SIR 83 40 76 36 95,ARARIA,BIHAR
कक्षा 10 विज्ञान – कक्षा 10वीं के छात्र हमारे इस पेज से विज्ञान के नोट्स प्राप्त कर सकते हैं। कक्षा 10 विज्ञान के अध्याय अम्ल, क्षारक एवं लवण के नोट्स इस पेज पर नीचे दिये गये हैं। अगर आप परीक्षा में पूछे जानें वाले महत्त्वपूर्ण प्रश्न जानना चाहते हैं तो 10वीं विज्ञान के नोट्स डाउनलोड कर सकते हैं। नोट्स की सहायता से आप अपनी परीक्षा की तैयारी और अच्छे से कर सकते हैं। छात्र नोट्स में दिए महत्त्वपूर्ण प्रश्नों को हल कर सकते हैं। प्रश्नों को हल करने के बाद आप अपने उत्तरों की जांच भी आसानी से कर सकते हैं। सभी प्रश्नों के उत्तर भी नोट्स में दिये गए हैं। कक्षा 10वी के छात्रों को बता दें कि आप नोट्स और महत्त्वपूर्ण प्रश्नों के साथ – साथ अभ्यास पत्र भी प्राप्त कर सकते हैं।
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(शिक्षा मस्तिक को परिवर्तन करने की एक कला है)
- कक्षा – 10वीं
- विषय – विज्ञान (अम्ल, क्षारक एवं लवण)-आप को तीन परखनलियां दी गई हैं। इनमें से एक में आसवित जल एवं शेष दो में से एक में अम्लीय विलयन तथा दूसरे में क्षारीय विलयन है। यदि आप को केवल लाल लिटमस पत्र दिया जाता है तो आप प्रत्येक परखनली में रखे गए पदार्थों की पहचान कैसे करेंगे ?
उत्तर– लिटमस पत्र को तीन भागों में बांटकर तीनो परखनलियों में डुबाओl जिस परखनली में इस का रंग नीला हो जाएगा वह क्षारीय विलयन होगाl जिन अन्य दो परखनलियों में रंग परिवर्तन नहीं होगा उन में जल और अम्लीय विलयन होगाl जब इसी लिटमस पत्र को, जो क्षारीय विलयन में डालने से नीला हो चुका है, उसे जल और अम्लीय विलियन में डालोl जिस परखनली में रंग में कोई परिवर्तन नहीं होगा उस में जल होगा पर जिस परखनली में अम्लीय विलयन होगा उस में नीले लिटमस का रंग पुन: लाल हो जाएगाl
प्रश्न . पीतल एवं तांबे के बर्तनों में दही एवं खट्टे पदार्थ क्यों नहीं रखने चाहिए ?उत्तर- दही और दूसरे खट्टे पदार्थों में अम्ल होते है। इसलिए जब ये अम्ल धातु के साथ क्रिया करते है तो विषैले यौगिकों का निर्माण करते है जो हमारे शरीर के लिए हानिकारक होते है। इसलिए पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही और दूसरे खट्टे पदार्थ नहीं रखने चाहिए।
प्रश्न. धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया होने पर सामान्यतः कौन-सी गैस निकलती है ? एक उदाहरण के द्वारा समझाइए। इस गैस की उपस्थिति की जाँच आप कैसे करेंगे ?उत्तर- जब धातु के साथ अम्ल अभिक्रिया करते हैं तब प्रायः हाइड्रोजन गैस उत्पन्न होती है।
हाइड्रोजन गैस को साबुन के घोल से गुजारोl बुलबुले उत्पन्न होंगेl उन बुलबुलों के निकट जलती हुई मोमबत्ती की ज्वाला लाओl वह फट-फट की ध्वनि के साथ जलेंगेl इससे हाइड्रोजन गैस की उपस्थिति सिद्ध हो जाती हैl
प्रश्न . कोई धातु यौगिक ‘A’ तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ अभिक्रिया करता है तो बुदबुदाहट उत्पन्न होती है। इससे उत्पन्न गैस जलती मोमबत्ती को बुझा देती है। यदि उत्पन्न यौगिकों में एक कैल्सियम क्लोराइड है, तो इस अभिक्रिया के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए। उत्तर-इस अभिक्रिया के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण है।यौगिक ‘A’ अवश्य ही कैल्सियम कार्बोनेट है। यह तुन हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से क्रिया कर कैल्सियम क्लोराइड, जल और कार्बन डाइऑक्साइड बनाता है। कार्बन डाइऑक्साइड में आग बुझाने का गुण होता है। इसीलिए वह जलती मोमबत्ती को बुझा देती है।
प्रश्न . HCI, HNO3 आदि जलीय विलयन में अम्लीय अभिलक्षण क्यों प्रदर्शित करते हैं, जबकि ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोज़ जैसे यौगिकों के विलयनों में अम्लीयता के अभिलक्षण नहीं प्रदर्शित करते हैं ?उत्तर- HCI, HNO3 आदि जलीय विलयन में H+आयन बनता है जिसके कारण ये अम्लीय अभिलक्षण को प्रदर्शित करते हैं, जबकि ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोज़ जैसे यौगिकों के विलयनों में H+ आयन नहीं बनता जिसके कारण ये अम्लीयता के अभिलक्षण नहीं प्रदर्शित होते हैं
प्रश्न . अम्ल को जलीय विलयन क्यों विद्युत् का चालन करता है ?उत्तर- अम्ल का जलीय विलयन विद्युत् का चालन करता है क्योंकि अम्ल का जलीय विलयन में H+ आयन उत्त्पन करता है जिसके कारण विद्युत् धारा का प्रवाह होता है
प्रश्न. शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस शुष्क लिटमस पत्र का रंग क्यों नहीं बदलती है ?उत्तर- शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस शुष्क लिटमस पत्र का रंग नहीं बदलती क्योंकि जल की अनुपस्थिति में यह आयनीकरण न कर पाने के कारण H+ आयन उत्पन्न नहीं कर पाती।
प्रश्न .अम्ल को तनुकृत करते समय यह क्यों अनुशंसित करते हैं कि अम्ल को जल में मिलाना चाहिए न कि जल को अम्ल में ?उत्तर- जल में अम्ल के घुलने की प्रक्रिया अत्यंत ऊष्माक्षेपी होती है L इसलिए जल में किसी सांद्र अम्ल को सावधानीपूर्वक मिलाना चाहिएl अम्ल और जल को धीरे-धीरे हिलाते रहना चाहिएl ऐसा न करने पर अम्ल में जल मिलाने पर उतपन्न ऊष्मा के कारण मिश्रण आसफलित हो कर बाहर आ सकता हैl इस से स्थानीय ताप बढ़ जाता है जिस कारण उपयोग किया जाने वाला कांच का पात्र टूट भी सकता हैl
प्रश्न . अम्ल के विलयन को तनुकृत करते समय हाइड्रोनियम आयन (H30+) की सांद्रता कैसे प्रभावित हो जाती है ?उत्तर- जब एक अम्ल को निश्चित मात्रा में पानी में डाला जाता है, उस विलयन के प्रति इकाई मात्रा में हाइड्रोनियम आयनों की निश्चित संख्या होती हैl प्रति इकाई हाइड्रोनियम आयनों की संख्या कम करने पर हाइड्रोनियम आयन की सांद्रता कम हो जाती हैl
प्रश्न . जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन में आधिक्य क्षारक मिलते हैं तो हाइड्रॉक्साइड आयन (OH-) की सांद्रता कैसे प्रभावित होती है ?उत्तर- जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन में अधिक क्षारक मिलाते हैं तो हाइड्रॉक्साइड आयन (OH-) की सांद्रता प्रति इकाई आयतन बढ़ती जाती है।
प्रश्न . आप के पास दो विलयन ‘A’ एवं ‘B’ है। विलयन ‘A’ के PH का मान 6 है एवं विलयन ‘B’ के PH का मान 8 है। किस विलयन में हाइड्रोजन आयन की सांद्रता अधिक है। इन में से कौन अम्लीय है तथा कौन क्षारकीय ?उत्तर- विलयन A में हाइड्रोजन आयन की सांद्रता अधिक हैl विलयन A हल्का अम्लीय और विलयन B हल्का क्षारीय हैl
प्रश्न . H+(Aq) आयन की सांद्रता का विलयन की प्रकृति पर क्या प्रभाव पड़ता है ?उत्तर- H+ (Aq) आयन की सांद्रता का विलयन की प्रकृति पर प्रभाव पड़ता है। H+ (Aq) की जितनी सांद्रता होगी, उतना ही विलयन अधिक अम्लीय होगा।
प्रश्न . क्या क्षारकीय विलयन में H+(Aq) आयन होते हैं ? अगर हाँ, तो यह क्षारकीय क्यों होते हैं ?उत्तर- क्षारकीय विलयन में H’ (Aq) आयन होते हैं पर साथ ही उसमें OH- आयन भी होते हैं। वे क्षारकीय इसलिए होते हैं क्योंकि उन में OH- आयन की सांद्रता अधिक H+ आयन की अपेक्षा अधिक होती है।
प्रश्न . कोई किसान खेत की मृदा की किस परिस्थिति में बिना बुझा हुआ चुना ( कैल्सियम ऑक्साइड) बुझा हुआ चूना ( कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड) या चॉक ( कैल्सियम कार्बोनेट ) का उपयोग करेगा ?उत्तर – पौधों के अच्छे विकास के लिए PH एक निम्न श्रेणी में होनी चाहिएl पौधों का विकास अच्छा होता है यदि उनका PH मान 6-8 हो L इसलिए किसान खेत की मृदा में इन का उपयोग कर सकेगा यदि उस खेत की प्रकृति अम्लीय हैl
प्रश्न . CaOCI, यौगिक का प्रचलित नाम क्या है ?उत्तर – विरंजक चूर्ण (Bleaching Powder)
प्रश्न . उस पदार्थ का नाम बताइए जो क्लोरीन से क्रिया करके विरंजक चूर्ण बनाता है ?उत्तर- शुष्क बुझा हुआ चूना Ca(OH),
प्रश्न. कठोर जल को मृदु करने के लिए किस सोडियम यौगिक का उपयोग किया जाता है ?उत्तर- सोडियम कार्बोनेट का उपयोग कठोर जल से मृदु जल बनाने में किया जाता है, इसको धावन सोडा ( NaCO3 ) भी कहा जाता है
प्रश्न .सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट के विलयन को गर्म करने पर क्या होगा ? इस अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखिए।
(HR. 20ll, Set-C)उत्तर- सोडियन हाइड्रोजन कार्बोनेट गर्म करने पर सोडियम कार्बोनेट (I), कार्बन डाइऑक्साइड (Ii) और जल (Iii) में विघटित हो जाएगाl
2NaHCO3 → Na2CO3 + CO2 + H2Oप्रश्न . प्लास्टर ऑफ पेरिस का जल के साथ अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखिए।उत्तर – प्लास्टर ऑफ पेरिस (CaSO4.1/2H2O ) जल के साथ अभिक्रिया करके जिप्सम (CaSO4.2H2O ) बनाता है और लगभग आधे घंटे में जम कर ठोस बन जाता है।
(प्लास्टर ऑफ पेरिस) (जल) जिप्सम